सिंगरौली में 12 लाख रुपए की चोरी का हुआ खुलासा! दो नाबालिग सहित चार आरोपी हुए गिरफ्तार
सिंगरौली || न्यूज़ इंडिया टीवी 1 से जिला ब्यूरो चीफ रोहित शाह
सिंगरौली पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा के निर्देशन व नगर पुलिस अधीक्षक पी. एस. परस्ते के नेतृत्व में गठित विशेष टीम थाना प्रभारी विंध्यनगर निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, निरीक्षक यू.पी. सिंह, निरीक्षक जितेन्द्र भदौरिया व पुलिस बल ने सूने घरों को निशाना बनाने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह सभी शातिर आरोपी परफेक्ट क्राइम की तर्ज पर पहले घरों की रेकी करते थे और फिर उसे अपना निशाना बनाते थे। पुलिस ने इन चोरों को पकड़कर उनके द्वारा 4 चोरियों का खुलासा करते हुए 12 लाख का चोरी गया सामान भी बरामद कर लिया है। मोबाइल स्विच ऑफ कर इत्मीनान से रेकी करने के बाद चोरी को अंजाम देने वाले इन आरोपियों के परफेक्ट क्राइम पर उसे समय पानी फिर गया, जब सिर पर चोट लगने के बाद एक व्यक्ति ने अपना मांस उतार दिया। उसकी पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हालांकि आरोपी सजग थे, उन्होंने सीसीटीवी समझ कर जिसे तोड़ा असल में वह वाईफाई का राउटर था। उनकी यही गलती उनपर भारी पड़ गई।
जानकारी अनुसार गुरुवार 26 दिसम्बर को फरियादी सतीश प्रसाद ने विन्धनगर थाने में तहरीर दी कि उनके सूने आवास को चोरों ने निशाना बना लिया है। वह बीते 18 दिसंबर को घर से बाहर गए थे उन्हें पड़ोसी द्वारा पता चला कि उनके आवास में चोरी हुई है। घर का ताला टूटा व अलमाली का लाक टूटा था। अलमारी में रखे सोने चांदी के आभूषण, चेक बुक, आधार कार्ड, पासबुक नही थे।
इस घटना के बाद शहर में हो रही चोरियों को देखते हुये पुलिस अधीक्षक सिंगरौली मनीष खत्री द्वारा गंभीरता से लेते हुये आरोपियों की त्वरित पतासाजी के निर्देश दिये। उक्त निर्देश के तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक सिंगरौली शिवकुमार वर्मा के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक पीएस परस्ते के नेतृत्व में थाना प्रभारी विन्ध्यनगर अर्चना दिवेदी, निरी. यू. पी. सिंह, निरी. जितेन्द्र भदौरिया, उनि संदीप नामदेव, उनि अमन वर्मा आदि की एक विशेष टीम का गठन किया गया और मौके पर जाकर जांच कार्यवाही की गई। तकनीकी सहायता से संदेहियों की पहचान सुनिश्चित की गई। उसके उपरांत शनिवार को आरोपी कादर उर्फ रोहित शाह पिता सुरेश कुमार शाह उम्र 26 वर्ष निवासी जमुआ थाना वैढन, अश्वनी सोनी निवासी बैढन को गिरफ्तार एवं 02 विधि विरुद्ध बालकों को कादर का ढाबा नामक ढाबे से दस्तयाब किया गया।
ऐसे हुआ घटना का खुलासा
गिरोह के सदस्य प्रायः मास्क पहनकर चोरी करते हैं। एक चोरी के दौरान गिरोह के एक सदस्य को चेहरे में व सर में चोट लगी जिसे देखने के लिये अपना मास्क उतारा जिससे वह CCTV में कैद हो गया। हालांकि चोरो ने उस घर में लगे वाई फाई सिस्टम के राउटर को CCTV का डीवीआर समझ कर तोड कर फेंक दिया था परन्तु एक स्पाई कैमरा जिस पर चोरों की नजर नहीं पड़ सकी, उसमें घटना कैद हो गयी और पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय कर, तकनीकी सहयोग प्राप्त कर आरोपीगण को चिन्हित कर गठित टीम ने गिरफ्तार किया।
आरोपियों से पूछताछ करने पर घटना को स्वीकार किया गया
दिनांक 18 दिसम्बर को सतीश प्रसाद के घर में सोने चांदी के जेवरात चोरी करना। जिसमें पुलिस द्वारा अप.क्र.698/24 धारा 331(4),305(ए) बीएनएस कायम की गई थी। दिनांक 8 दिसम्बर की रात ढोंटी मैन रोड पर महावीर नागर के घर में सोने चांदी के जेवरात, सोने के सिक्के चोरी करना। जिसमें विन्धनगर पुलिस द्वारा अप.क्र.685/24 धारा 331 (4),305 (ए) बीएनएस कायम की गई थी।
बीते माह 13 नवंबर की रात ढोंटी मैन रोड में पंजाब नेशनल बैंक के ऊपर दिनेशचंद जायसवाल के घर सोने चांदी के जेवरात चोरी की गई। जिसकी सूचना पर पुलिस द्वारा अप.क्र.430/ 24 धारा 331 (4), 305 (ए) बीएनएस कायम कर विवेचना में लिया गया। वहीं इसी वर्ष जुलाई माह में एनटीपीसी के अंदर अच्छेलाल पटेल के घर में सोने के सिक्के व चांदी जेवर चोरी करना पर विन्ध्यनगर पुलिस ने अप.क्र.628/24 धारा 331 (4), 305 (ए) बीएनएस कायम कर विवेचना में लिया था। पकड़े गए आरोपियों में गिरोह के रोहित शाह उर्फ कादर के थाना बैढ़न व माड़ा में चोरी सहित अन्य धाराओं के 08 प्रकरण पंजीबद्ध है, इसी प्रकार विधि विरूद्ध बालकों के विरूद्ध भी 01-01 अपराध पंजीबद्ध है
ऐसे देते थे घटनाओं को अंजाम
आरोपी सूने घरों को निशाना बनाते थे। एक घर क़ी 3-4 बार घूम-घूम कर रैकी करते थे व ब़डे सूने ताला बंद घरों को निशाना बनाते थे। प्रायः घटनास्थल के सामने से तेजी से गुजरते थे और कनकी निगाहों से देखते थे। चिन्हित घर की घटना करने के ठीक पहले रात 12 बजे तक भी रैकी करते थे। घटनास्थल से थोड़ी दूर जाकर या बगल से सूने घर की अच्छी से रैकी करते हैं, देखते थे। घटनास्थल रवाना होने से पूर्व अपने मोबाइल या तो स्विच ऑफ कर लेते थे य फ्लाइट मोड में डालते थे। मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ टॉर्च के रूप में करते थे।
अलमारी आदि को धीरे से जमीन पर लिटाकर सब्बल और हथोड़े की मदद से अलमारी के दरवाजों के बीच सब्बल फसाकार खोल देते थे। आलमारी की आवाज से बचने के लिये उसके नीचे गद्दा या तकिया का इस्तेमाल करते थे।
घटना के समय गिरोह के साथी घर के बाहर नजर रखते और मोटर साइकिल में भागने की तैयारी में रहते थे। वही घटनास्थल से CCTV फुटेज / DVR आदि उखाड़कर ले जाते थे। आरोपियों का घटना करने का औसतन समय रात्रि 1 बजे 3.00 बजे का रहता था। गैंग का मुख्य सरगना कादर उर्फ रोहित शाह द्वारा गिरोह के नाबालिक बच्चो को गाडी देकर सूने घरों की रैकी हेतु पैसे भी दिये जाते थे।
रात में अंतिम रैकी करने के बाद देर रात्रि आरोपी कादर उर्फ रोहित, विधिविरुद्ध बालकों व अन्य आरोपियों द्वारा कादर के ढाबा में एकत्रित होते थे और वहीं पर योजना बनाते थे। योजना बनाने के बाद सभी लोग दो मोटरसाईकल से उस घर के आगे या पीछे जाते थे। कादर उर्फ रोहित उक्त गैंग का मुख्य लीडर था जो ताला तोडना, अलमारी का लाक तोडने का काम करता था। उसके साथ में विधिविरुद्ध बालक घर के अंदर चोरी करने में साथ में रहते थे। इसके अलावा अन्य चार लोगों में से घर के आगे 02 लोग व 02 पीछे लोग रहते थे और चोरी करने के बाद सभी लोग मोटरसाईकल से जाकर कादर के ढाबा में हिस्सा बांट करते थे।
अश्विन सोनी ने सोने को पिघलाकर बदला आकार
बैढन निवासी अश्वनी सोनी द्वारा 02 सिक्के खरीदे गये थे जिसके द्वारा गलाकर उनका आकार भी बदल दिया था, उसे भी जप्त किया गया है। अश्वनी सोनी की भी संलिप्तता होने पर संबंधित सुसंगत धारा का ईजाफा किया गया है। इस मामले में तीन आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं, जिसकी पुलिस सर गर्मी से तलाश कर रही है।
कुल जप्त मसरूका
छानबीन के दौरान 145 ग्राम सोने के जेवरात व सिक्के व 01 किलो चांदी कीमत करीब 11 लाख रुपये, घटना में प्रयुक्त दो मोटर सायकल कीमत करीब 01 लाख 20 हजार रुपये की एवं घटना को कारित करने हेतु इस्तेमाल किये गये हथियार 2 सब्बल भी जप्त हुए हैं। शेष चोरी गया मशरूका
फरार आरोपीगण से जप्त किया जाना है
इस मामले के खुलासे में अहम भूमिका
पी . एस.परस्ते नगर पुलिस अधीक्षक विंध्यनगर थाना प्रभारी विंध्यनगर निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, निरीक्षक यू. पी. सिंह, निरीक्षक जितेन्द्र भदौरिया, उपनिरीक्षक संदीप नामदेव, उपनिरीक्षक अमन वर्मा, उनि शीतला यादव, सउनि रमेश प्रजापति, सुनील दुबे, संतोष साकेत, प्रआर. पंकज सिंह, रमागोविन्द, श्याम सुंदर, हेमराज, मुनेन्द्र, विजय, नूर, संदीप, बृजेश, नीतिन, म.आर.रुकमणी, रामनिरंजन वैश्य आर. राजकुमार, अशोक, प्रताप, समीर, मनोहर, अमलेश, राहुल, भोले की उल्लेखनीय भूमिका रही है।