अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ पर चीन का पलटवार, ड्रैगन ने कई उत्पादों पर बढ़ाया टैरिफ… गूगल भी जांच के दायरे में..
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से टैरिफ को लेकर किए फैसले पर चीन ने भी जवाब दिया है। चीन की तरफ से कहा गया है कि वह अमेरिका के खिलाफ कई उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगा रहा है।कोयला तथा तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) उत्पादों पर 15 प्रतिशत शुल्क लागू करेगी. साथ ही कच्चे तेल, कृषि मशीनरी, बड़ी कारों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा.
नई दिल्ली:- चीन और अमेरिका ने एक-दूसरे के खिलाफ व्यापार युद्ध की शुरुआत कर दी है. पहला वार ट्रंप ने किया तो जिनपिंग ने पलटवार करना शुरू कर दिया है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि वह अमेरिका के खिलाफ कई उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगा रहा है. इसके तहत कोयला तथा तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) उत्पादों पर 15 प्रतिशत शुल्क लागू करेगी. साथ ही कच्चे तेल, कृषि मशीनरी, बड़ी कारों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इससे पहले चीन पर 10 प्रतिशत का शुल्क मंगलवार से लागू कर दिया है. खबर आ रही है कि इस व्यापार युद्ध के बीच ट्रंप ने अगले कुछ दिनों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत करने की योजना बनाई है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैक्सिको, कनाडा और चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर कड़े शुल्क लगाने संबंधी एक आदेश पर शनिवार को हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने दावा किया था कि ये शुल्क अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं. चीन की ओर से लगाए गए टैरिफ को 10 फरवरी से लागू किया जाएगा.
गूगल के खिलाफ शुरू कर दी जांच
चीन ने सिर्फ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ ही नहीं लगाया, बल्कि चीन के एंटी-मोनोपॉली नियामक ने गूगल के खिलाफ जांच की घोषणा कर दी है. बाजार नियमन प्रशासन ने बताया कि चीन अमेरिकी टेक दिग्गज पर कथित एंटी-ट्रस्ट उल्लंघनों की जांच करेगा. वैसे तो गूगल जैसे सर्च इंजन को चीन में प्रतिबंधित किया जा चुका है, लेकिन यह अब भी लोकल विज्ञापनदाताओं के साथ मिलकर काम करता है.
कनाडा और मैक्सिको को एक महीने की मोहलत
अमेरिका की ओर से टैरिफ लगाने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत की और इसके बाद ट्रंप ने दोनों देशों पर शुल्क लगाए जाने के फैसले के क्रियान्वयन पर कम से कम एक महीने के लिए रोक लगाने पर सहमति जता दी है. इसका मतलब है कि इन दोनों देशों को एक महीने की मोहलत मिल गई है.
अमेरिका ने लगाया था 10 प्रतिशत शुल्क
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चीन पर लगाया गया 10 प्रतिशत शुल्क मंगलवार से लागू हो गए। हालांकि ट्रंप ने अगले कुछ दिन में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ बातचीत करने की योजना बनाई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर कड़े शुल्क लगाने संबंधी एक आदेश पर शनिवार को हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने दावा किया था कि ये शुल्क ‘‘अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए’’ आवश्यक हैं। हालांकि, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ अलग-अलग वार्ताओं में ट्रंप ने दोनों देशों पर शुल्क लगाए जाने के फैसले के क्रियान्वयन पर कम से कम एक महीने के लिए रोक लगाने पर सहमति जतायी है
चीन ने नए निर्यात होने वाली वस्तुओं पर नियंत्रणों की एक सूची जारी की, जिसमें टंगस्टन से जुड़ी चीजें शामिल है, जो आमतौर पर इंडस्ट्रियल और डिफेंस से जुड़े सामानों में इस्तेमाल की जाती हैं. इसके अलावा सौर सेल बनाने में इस्तेमाल होने वाली टेल्यूरियम सामग्री भी शामिल है.
चीन सिर्फ टैरिफ तक ही नहीं रुका, बल्कि उसने दो अमेरिकी कंपनियों को अपनी अविश्वसनीय संस्थाओं की सूची में डाला है. इसमें बायोटेक कंपनी इलुमिना और केल्विन क्लेन और टॉमी हिलफिगर की मालिकाना हक वाली फैशन रिटेलर कंपनी PVH ग्रुप शामिल है. चीन का कहना है कि उन्होंने सामान्य बाजार व्यापार सिद्धांतों का उल्लंघन किया है. टैरिफ के अलावा, चीन ने अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल के खिलाफ एक एंटी-मोनोपॉली जांच शुरू करने की भी घोषणा की है.
ट्रंप ने उठाया सख्त कदम
चीन का जवाबी कदम ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संभावित टेलीफोनिक बातचीत से पहले आया है. ट्रंप ने सोमवार को कहा कि शी के साथ बातचीत ‘शायद अगले 24 घंटों में’ होगी. ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर चीन के साथ कोई समझौता नहीं हो सका, तो ‘टैरिफ बहुत, बहुत ज्यादा होंगे’. चुनाव जीतने के तुरंत बाद, ट्रंप ने घोषणा की थी कि वह कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लगाएंगे क्योंकि वे अपने बॉर्डर से अमेरिका में फेंटानिल ड्रग्स के प्रवाह को रोकने में विफल रहे. उन्होंने यह भी घोषणा की कि चीन पर 10 फीसदी टैरिफ लगाएंगे क्योंकि वह कनाडा और मैक्सिको से अमेरिका में आने वाले फेंटानिल की आपूर्ति करता है. पिछले सप्ताह, ट्रंप ने टैरिफ को लागू करने के लिए कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए.