दिल्ली चुनाव में AAP की करारी हार के बाद आतिशी ने छोड़ा मुख्यमंत्री पद, उपराज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं अब जीत के बाद भाजपा नेताओं ने उपराज्यपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा है। भाजपा के नेता एलजी से मुलाकात कर दिल्ली में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है। शनिवार को दिल्ली चुनाव के नतीजे भी सामने आ गए, जिसमें जनता का आशीर्वाद भाजपा को पूर्ण बहुमत के रूप में मिला है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं अब जीत के बाद भाजपा नेताओं ने उपराज्यपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा है। भाजपा के नेता एलजी से मुलाकात कर दिल्ली में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। देशभर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जीत के जश्न में डूबे हुए नजर आ रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी करीब 27 साल बाद राजधानी की सत्ता पर कब्जा करने जा रही है। जिसके बाद अब सबकी नजरें नई सरकार के गठन पर टिकी हुई है। इस बीच नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने की तारीख भी सामने आ गई है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बाद हो सकता है।
पीएम मोदी के अमेरिका के दौरे से लौटने के बाद यानी 13 फरवरी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। इसके लिए कई नामों पर चर्चा जोरों पर हैं। भाजपा के नेताओं के अनुसार पीएम मोदी के अमेरिका से लौटने के बाद ही भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। इस बीच दिल्ली में दिल्ली के मुख्यंत्री को लेकर भी मंथन शरू हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ शपथ ग्रहण को लेकर चर्चा हुई और दिल्ली में बनने वाली सरकार की रूपरेखा को लेकर बातचीत हुई है। इससे पहले दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, मुख्यमंत्री चुनने का निर्णय पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। सभी नवनिर्वाचित विधायक पार्टी द्वारा उन्हें सौंपे गए कर्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी की करारी हार के बाद सीएम आतिशी ने रविवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की सीएम आतिशी आज सुबह करीब 11 बजे राज निवास पहुंचीं और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया।मुख्यमंत्री पद से आतिशी के इस्तीफे के बाद उपराज्यपाल ने सातवीं दिल्ली विधानसभा को भंग कर दिया।
बता दें कि पिछले साल सितंबर में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आतिशी मुख्यमंत्री बनी थीं। उन्होंने 21 सितंबर को शपथ ली थी। वह करीब चार महीने से दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली विधानसभा के इस चुनाव में आप की बुरी हार हुई है।
भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत
उल्लेखनीय है कि कभी 70 में से 67 और 70 में से 62 सीटें जीतने वाली आप इस बार 22 सीटों पर सिमट गई है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है और उसने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है।
केजरीवाल-मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े चेहरे हार गए हैं। हालांकि, आतिशी ने कालकाजी सीट (Delhi Chunav Result) से जीत हासिल की है। 5 फरवरी को दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोटिंग हुई थी। इस बार 60.54 फीसदी वोटिंग हुई है, जबकि पिछली बार 62.60 फीसदी वोटिंग हुई थी।
रमेश बिधूड़ी को 3580 वोटों से हराया
आतिशी शुरुआत में कालकाजी सीट से पीछे चल रही थीं, लेकिन उनकी किस्मत चमक गई है। क्योंकि उन्होंने यह सीट जीत ली है। उन्होंने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी को 3580 वोटों से हराया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, आतिशी ने 12 राउंड के बाद कालकाजी सीट पर 52058 वोटों से जीत दर्ज की है।
जनता के जनादेश स्वीकार
आम आदमी पार्टी को करारी हार मिलने के बाद सीएम आतिशी ने कहा कि मैं जनता के साथ-साथ अपनी टीम का भी धन्यवाद करना चाहती हूं, जिन्होंने हिंसा और गुंडागर्दी का सामना करने के बावजूद जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत की। वे कई मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों तक पहुंचे। हम दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं।