जल गंगा सवंर्धन अभियान के तहत कलेक्ट्रेट सभागार में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग कार्यशाला का हुआ आयोजन
जल गंगा संवर्धन अभियान को जन सहयोग के माध्यम से बनाया जायेगा जन आंदोलनः-कलेक्टर
जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान लक्ष्य को पूर्ण करने वाले रजिस्टर्ड स्वा सहायता समूहो एवं जन अभियान परिषद के सदस्यो को विधायक ने दी पुरस्कार राशि देने की घोषणा
सिंगरौली 12 अप्रैल 2025
जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षित कल के लिए जल स्रोतों को बचाना है। इसी कड़ी में आज कलेक्ट्रेट सभागार सिंगरौली में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया।इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हर घर में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से वर्षा जल संरक्षण किया जाना है। कार्यशाला का आयोजन सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री रामनिवास शाह के मुख्य अतिथि एवं कलेक्टर श्री चंद्रशेखर शुक्ला के अध्यक्षता में, नगर निगम अध्यक्ष श्री दिवेश पांडे, प्राधिकरण अध्यक्ष श्री दिलीप शाह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेंद्र सिंह नागेश , नगर निगम आयुक्त श्री डी के शर्मा के उपस्थित में किया गया।
कार्यशाला के दौरान रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के विशेषज्ञ अरुण नामदेव द्वारा वर्षा जल संरक्षण के विषय में विस्तार से अवगत कराते हुए बताया गया कि जल संकट मनुष्य द्वारा निर्मित आपदा है । प्रकृति जीवन यापन के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध कराती है किंतु हमारे द्वारा गलत ढंग से जल का दोहन करने की वजह से यह स्थिति निर्मित हुई है। उन्होंने बताया कि यदि वर्षा जल का संरक्षण किया जाए तो प्रतिदिन जल आपूर्ति के साथ-साथ भूमिगत जल स्तर को भी बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए हमें रूफ रेन वाटर हार्वेस्टिंग पद्धति को अपनाना होगा । उन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग के संबंध में विस्तार से बताया कि हम अपने घर की छत पर 10000 से 15000 रूपये की लागत में यह सिस्टम स्थापित कर सकते हैं। जिससे छत में गिरने वाले वर्षा के जल को पाइप के माध्यम से धरती में बने रिचार्ज शोक पेट में भेज कर भूमिगत जल स्तर को बढ़ाया जा सकता है। शोक पेट के एवज में टांकी का निर्माण कर रेन वाटर हार्वेस्टिंग कार्य भी किया जा सकता है। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञ श्री नामदेव द्वारा रूफ वाटर हर्वेस्टिंग के प्रैक्टिकल मॉडल के माध्यम से वर्षा जल संरक्षण की पद्धति के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यशाला को संबोधित करते हुये कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला ने कहा कि सिंगरौली जिले में पर्याप्त वर्षा होती है किंतु जिले के चितरंगी , सरई तथा देवसर के क्षेत्रो में गर्मी के आते ही जल संकट की समस्या सामने दिखने लगती हैं। जिसका मुख्य कारण वर्षा जल को रोकने में असफल रहना है। उन्होने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री जी के मंशानुसार जिले में 30 मार्च से 30 जून तक अनवरत जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य वर्षा जल को संरक्षित करना है। उन्होंने कहा कि हमे इस अभियान को जन अंदोलन में बदलने की आवश्यकता है। जिसके लिए जन भागीदारी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान के साथ साथ जिले में बड़ते प्रदूषण के रोकथाम के लिए वृहद स्तर पर पौधारोपण के कार्य भी किए जायेंगे।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी शासकीय भवनो में रूफ वाटर हर्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित कराया जायें। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि भवन निर्माण की अनुमति तभी दी जाये जब संबंधित भवन स्वामी के द्वारा रूफ वाटर हर्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किया गया हो। साथ ही निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रो में पुराने कुओं एवं असफल बोरो को सोकपिट में बदलकर वर्षा जल संरक्षण किया जायें। उन्होंने जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक को निर्देश दिए कि नवांकुर संस्थाओ के माध्यम से जिले के नागरिको को रूफ वाटर हार्वेस्टिंग पद्धति को अपनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर जागरूक करे।
वही कार्यशाला को संबोधित करते हुयें सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री राम निवास शाह ने कहा कि हमारी धरती के भू गर्भ सें बहने वाला जल हमारे शरीर में बहने वाले रक्त के समान है हमे इसका सदुपयोग करना चाहिए। उन्होने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत शासन द्वारा जल संरक्षण के लिए कई नवाचार भी किए जा रहे है। वर्षा जल को सहेजने के लिए बोरी बंधन, तालाबो, बावड़ियो का जीर्णोद्धार वृहद स्तर पर कराया जा रहा है। इसी के साथ ही नदियों के जल को संरक्षित करने के लिए स्टाप डैम आदि का निर्माण कराकर जल संरक्षण को बड़ावा दिया जा रहा है ताकि आने वाले समय में जल संकट का पूरी तरह से निदान किया जा सके। कार्यशाला के दौरान विधायक ने कहा कि आने वाले समय में जल संरक्षण के लिए जिले में निकलने वाले राज्यमार्गो में वर्षा के दौरान बहने वाले जल संरक्षण के लिए हर एक किलोमीटर की दूरी पर सोकपिट का निर्माण कराकर वर्षा जल को संरक्षित करने का कार्य किया जायेंगा। विधायक ने जल संरक्षण हेतु बोरीबंधन कार्य को बड़ावा देने के लिए रजिस्टर्ड स्वा सहायता समूह के सदस्यो एवं जन अभियान के रजिस्टर्ड नवांकुर संस्थओ को जल संरक्षण के दिए गए लक्ष्यो को पूर्ण करने पर पुरूस्कार राशि देने की घोषणा की। कार्यशाला के दौरान जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनुराग मोदी, डीपीओ जीतेन्द्र गुप्ता, सहायक आयुक्त जन जाति कार्य विभाग नीलकंठ मरकाम सहित अधिकारी कर्मचारी, जन अभियान परिषद के सदस्य, स्वा सहायता समूहो की सदस्यो सहित लोकल इंडस्ट्रीज प्रतिनिधि ,सामाजिक कार्यकर्ता, मीडिया के साथी उपस्थित रहे।